खण्ड स्तरीय ‘नशा मुक्त भारत अभियान 2.0’ समिति की बैठक का आयोजन आज उपमंडलाधिकारी सोलन कार्यालय में किया गया। बैठक की अध्यक्षता उपमंडलाधिकारी सोलन संजय कुमार ने की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए संजय कुमार ने कहा कि नशा एक ऐसी बुराई है जो हमारे समूचे जीवन को नष्ट कर देता हैं। नशे की लत से पीड़ित व्यक्ति परिवार के साथ समाज पर भी बोझ बन जाता है। नशा स्वास्थ्य व आर्थिक हानि के साथ-साथ सामाजिक सम्मान पर भी दुष्प्रभाव डालता हैं।
उपमण्डलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशों दिए कि जिस स्कूल व पंचायत स्तर पर नशा मुक्ति समिति नहीं है वहां इस समिति का गठन करना सुनिश्चित करें ताकि नशे के बढ़ते दुष्प्रभाव को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि नशे में पड़ चुके किशोरों का पता लगाए और समिति की सहायता से इन्हें सही रास्ता पर लाने का प्रयास करें।
उन्होंने नशा मुक्ति समिति के सदस्यों से आग्रह किया कि वे समय-समय पर नशा निवारण केन्द्रों का निरीक्षण कर केन्द्रों की व्यवस्थाओं को जांचे। उन्होंने कहा कि अस्पताल व पुनर्वास केन्द्र में परामर्श और उपचार सुविधाओं को और बेहतर बनाने पर ध्यान दें ताकि पीड़ितों का बेहतर ईलाज हो सके।
संजय कुमार ने खण्ड प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि स्कूल प्रांगण से 100 मीटर की दूरी तक किसी भी प्रकार के मादक पदार्थ बेचने व खरीदने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाना सुनिश्चित करें।इस अवसर पर तहसील कल्याण अधिकारी सुरेन्द्र सिंह, पंचायत निरीक्षक नीतेश सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।