पीड़ित बच्चों की सूचना देने के लिए चाइल्ड लाइन नम्बर 1098 पर सम्पर्क करें। यह नम्बर वर्ष के 365 दिन हर समय कार्यरत रहता है। यह जानकारी आज जि़ला बाल संरक्षण समिति की त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त सोलन कृतिका कुल्हारी ने दी।
उन्होंने कहा कि सोलन जि़ला में इस हेल्पलाईन नम्बर से अभी तक 264 बच्चों को सहायता प्रदान की गई है। कृतिका कुलहरी ने कहा कि एकीकृत बाल संरक्षण योजना केन्द्रीय प्रयोजित योजना है। इस योजना का उद्देश्य सरकार एवं समाज की भागीदारी के माध्यम से कठिन परिस्थितियों में रह रहे बच्चों के साथ अन्य कमजोर बच्चों के लिए सुरक्षात्मक वातावरण का निर्माण करना है।
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उन्होंने कहा कि जि़ला सोलन में देखभाल, सहायता और पुनर्वास सेवाओं के अंतर्गत शांति निकेतन चिल्ड्रन होम थेथोंग सुबाथू में 89 बच्चे, अर्की स्थित बाल आश्रम टुटीकंडी में 26 बच्चे तथा खुला आश्रय कथेड़ में 06 बच्चों को संस्थागत सेवाओं, सहित गैर संस्थागत सेवाएं प्रदान की जा रही है। जि़ला के क्षेत्रीय चिकित्सालय सोलन सहित जि़ला के कुनिहार, अर्की, दाड़लाघाट, नालागढ़ और परवाणू स्वास्थ्य संस्थानों में शिशु केन्द्र स्थापित किए गए है।
पीएम केयर फंड़ योजना के अंतर्गत कोविड के कारण माता-पिता या कानूनी अभिभावक को खोने वाले सभी बच्चों को इस योजना के तहत सहायता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत एक बालिका को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने कहा कि माह मई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कोविड के दौरान बेसहारा हुए बच्चों के साथ संवाद भी करेंगे।
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कृतिका कुल्हारी ने कहा कि जि़ला बाल संरक्षण समिति सोलन द्वारा 115 बच्चों को परामर्श प्रदान किया गया है। उन्होंने जिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिए कि वे जि़ला के सभी स्कूलों में बच्चों को नशे से दूर रहने के लिए कमेटी बनाकर काउंसलिंग करवाना सुनिश्चित करें तथा कमेटी में अध्यापकों तथा गांव के लोगों को भी शामिल करें।
इस अवसर पर पुलिस उपाधीक्षक संतोष शर्मा, जि़ला बाल संरक्षण अधिकारी सोलन सुरेन्द्र तेगटा, जि़ला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अजय सिंह, बाल संरक्षण समिति के सदस्यों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।