सोलन जिला के अर्की में आज स्वास्थ्य मेला एवं महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की वरिष्ठतम सदस्य डॉ. रचना गुप्ता ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।डॉ. रचना गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के सीमित साधन होते हैं। इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों के अभिभावकों को अपने बच्चों से दसवीं कक्षा के उपरान्त पाठ्यक्रम का चयन सोच समझ कर करवाना चाहिए ताकि भविष्य में आजीविका के लिए संघर्ष ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि बेरोज़गार महिलाओं तथा बेटियों को अपने घर पर ही आजीविका के संसाधन जुटाने का प्रयास करना चाहिए ताकि वह आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर बन सकें।
डॉ. गुप्ता ने मीडिया कर्मियों का आहवान किया कि महिलाओं द्वारा घर पर एवं स्वयं सहायता समूह के माध्यम से बनाए गए उत्पादों का व्यापक प्रचार प्रसार करें ताकि महिलाओं के स्वरोज़गार की तरफ बढ़े कदम सफल हो सकें।उन्होंने इस अवसर पर महिला स्वंय सहायता समूहों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया और प्रदर्शित उत्पादों में गहरी रूचि दिखाई। कार्यक्रम में उपायुक्त सोलन कृतिका कुलहरी ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर बनना चाहिए तथा अपने बच्चों को संस्कार युक्त शिक्षा प्रदान करनी चाहिए।
कार्यक्रम में जिला ग्रामीण विकास अभिकरण सोलन के परियोजना अधिकारी राजकुमार, जिला कृषि अधिकारी सोलन डॉ. सीमा कंसल तथा उपनिदेशक पशुपालन विभाग सोलन डॉ बी.बी गुप्ता ने अपने विभाग से संबंधित विकासात्मक एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।इस अवसर पर जिला ग्रामीण विकास अभिकरण सोलन के सौजन्य से विभिन्न स्वयं सहायता समूहों द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई गई। इसमें स्थानीय महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पाद विक्रय के लिए रखे गए।
इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी किया गया जिसमें लोगों की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच की गई तथा निःशुल्क दवाइयां भी वितरित की गईं।इससे पूर्व खंड विकास अधिकारी सोलन तारा शर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा कार्यक्रम के बारे में जानकारी प्रदान की।इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य हीरा कौशल, अध्यक्ष नगर पंचायत अर्की अनुज गुप्ता उपाध्यक्ष नगर पंचायत अमिदन्र गुप्ता, सदस्य नगर पंचायत सुरेंद्र शर्मा, धर्मपाल शर्मा, रुचिका गुप्ता, भारती वर्मा, निर्मला देवी, कार्यकारी उपमण्डलाधिकारी अर्की रमन ठाकुर, विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी तथा 17 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं व विभिन्न महिला मंडलों ने भाग लिया।