हिमाचल प्रदेश में चपरासी के चार पदों पर भर्ती के लिए राज्य लोक सेवा आयोग को 4000 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। इन पदों पर दसवीं कक्षा की मेरिट के आधार पर चयन किया जाएगा।
आयोग ने सात दिसंबर 2024 को आवेदन प्रक्रिया शुरू की थी, जो तीन जनवरी 2025 तक चली। चार पदों में से एक अनारक्षित, एक अनुसूचित जाति, एक ओबीसी, और एक आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए आरक्षित है। इन पदों के लिए आयु प्रमाण और मेरिट के लिए आठवीं और दसवीं के प्रमाणपत्रों को अपलोड करना अनिवार्य था।
आवेदकों में दसवीं कक्षा में 80-85% से अधिक अंक वाले उम्मीदवार शामिल हैं। आश्चर्य की बात यह है कि इनमें कई आवेदकों की शैक्षणिक योग्यता एमए तक है। यह बढ़ती बेरोजगारी और सरकारी नौकरी के प्रति आकर्षण को दर्शाता है।
चयनित उम्मीदवारों को 8000-56900 रुपये के पे-बैंड पर अनुबंध आधार पर नियुक्त किया जाएगा। आयोग की सचिव निवेदिता नेगी ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से नियमों के अनुसार होगी।
हिमाचल प्रदेश में सरकारी नौकरियों की बढ़ती मांग और रोजगार की सीमित संभावनाएं युवाओं को छोटी नौकरियों की ओर आकर्षित कर रही हैं। यह घटना न केवल रोजगार के बदलते परिदृश्य को दर्शाती है, बल्कि राज्य में शिक्षा और रोजगार के असंतुलन को भी उजागर करती है।