हिमाचल प्रदेश के राज्य निर्वाचन आयुक्त अनिल कुमार खाची की अध्यक्षता में आज वर्ष 2025-26 में होने वाले पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकायों के चुनाव के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में चुनावी प्रक्रिया की तैयारियों, नए इनवेंटरी मैनेजमेंट ऐप, और आगामी चुनावी कार्यक्रमों पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में अनिल खाची ने राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा तैयार किए गए नए इनवेंटरी मैनेजमेंट ऐप की जानकारी दी। इस ऐप के माध्यम से QR कोड स्कैन करके मतपेटियां मतदान दलों को सौंपे जाने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि चुनावी सामग्री की वितरण प्रक्रिया को भी इस ऐप के माध्यम से व्यवस्थित किया जाएगा, जिससे चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा, उन्होंने जिले के प्रशासन को निर्देश दिए कि पुराने चुनावी अभिलेखों को नियमानुसार नष्ट किया जाए और निर्वाचन भंडारण कक्ष की सफाई भी सुनिश्चित की जाए।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने जिले के प्रशासन से चुनावी कार्यों में सुधार की दिशा में आवश्यक कदम उठाने को कहा। उन्होंने खासतौर पर मतदाता सूचियों के अद्यतन, वार्डबंदी, और आरक्षण कार्यों की समय-समय पर समीक्षा की बात की। इसके साथ ही, उन्होंने जिले के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि इन सभी कार्यों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि आम जनता को समय पर जानकारी मिल सके। इसके लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस, होर्डिंग्स, बैनर और अन्य प्रचार सामग्री का इस्तेमाल किया जाएगा।
बैठक में उन्होंने यह भी कहा कि निर्वाचन के दौरान मतदाता सूची में नाम होना अनिवार्य है, सिर्फ वोटर कार्ड होने से मतदान नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि लोग अपनी और अपने परिवार के नामों की जांच कर सकें।
इस दौरान अनिल खाची ने यह भी बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग और भारत निर्वाचन आयोग अलग-अलग संस्थाएं हैं, और इन दोनों की मतदाता सूचियां भी अलग-अलग होती हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि वे चुनावी कार्य में पूरी सक्रियता से भाग लें और विभिन्न स्तरों पर अधिकारियों का प्रशिक्षण सुनिश्चित करें।
राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारी संजीव कुमार महाजन ने चुनावी प्रक्रिया से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। साथ ही, सोलन जिले के अधिकारियों ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
इस बैठक में नगर निगम सोलन की आयुक्त एकता कापटा, उपमंडलाधिकारी सोलन डॉ. पूनम बसंल, उपमंडलाधिकारी अर्की यादविंदर पाल, और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।