हिमाचल प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने झूठी गारंटियों के बल पर सत्ता हासिल की, लेकिन अब वे गारंटियां पूरी नहीं हो रही हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि अगर सरकार में नैतिकता है तो वह इस्तीफा देकर दोबारा चुनाव में उतरे।
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार का कामकाज किसी कॉमेडी शो की तरह चल रहा है। उन्होंने सरकार की तुलना जसपाल भट्टी के शो “उल्टा पुल्टा” से की। उन्होंने समोसा जांच, जंगली मुर्गा, और टॉयलेट टैक्स जैसे फैसलों का उल्लेख कर सरकार पर कटाक्ष किया।
जयराम ठाकुर ने बिजली सब्सिडी को लेकर भी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 300 यूनिट फ्री बिजली देने का वादा किया था, लेकिन अब उपभोक्ताओं से सब्सिडी छोड़ने की अपील कर रही है। यह हिमाचल की जनता के साथ धोखा है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के समय 125 यूनिट तक बिजली सब्सिडी दी जाती थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इसे बंद कर दिया। घरेलू बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी पर भी जयराम ठाकुर ने सवाल उठाए।
जयराम ठाकुर ने शिमला नगर निगम द्वारा महिलाओं पर लगाए गए शौचालय शुल्क को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि अच्छा होता अगर नगर निगम मेयर यह शुल्क खत्म कर देते।
जयराम ठाकुर ने कांग्रेस विधायकों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों ने तीन महीने का इकट्ठा वेतन ले लिया है, जबकि सीएम सुक्खू ने विधानसभा में वेतन निलंबन की बात कही थी।
जयराम ठाकुर ने कहा कि जनता यह तय करेगी कि किसे बहुमत देना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस सरकार को झूठी गारंटियों के सहारे सत्ता में आने का आरोप लगाते हुए नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की।