कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को देश को संबोधित करते हुए अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा, “मैं लिबरल पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं। 2025 के चुनावों के लिए मैं पार्टी के लिए सही विकल्प नहीं हूं।”

पिछले कुछ महीनों से ट्रूडो पर उनकी पार्टी के सांसदों का इस्तीफा देने का दबाव बढ़ता जा रहा था। हाल ही में डिप्टी पीएम और वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड के इस्तीफे के बाद यह दबाव और बढ़ गया। पार्टी के कई वरिष्ठ सांसद, जैसे सियान कैसी और केन मैक्डोनाल्ड, ने ट्रूडो की नीतियों और नेतृत्व पर सवाल उठाए थे।

338 सीटों वाली कनाडा की संसद में लिबरल पार्टी के पास केवल 153 सीटें हैं, जो बहुमत से कम हैं। NDP द्वारा समर्थन वापस लेने के बाद सरकार अल्पमत में आ गई थी। हालांकि, फ्लोर टेस्ट में लिबरल पार्टी ने अन्य पार्टियों का समर्थन जुटा लिया था।

जस्टिन ट्रूडो, पूर्व प्रधानमंत्री पियर ट्रूडो के बेटे, ने 2013 में लिबरल पार्टी का नेतृत्व संभाला और 2015 में पहली बार प्रधानमंत्री बने। पिछले 100 वर्षों में कोई भी प्रधानमंत्री लगातार चार बार चुनाव नहीं जीत सका है।

लिबरल पार्टी अब एक ऐसे नेता की तलाश में है, जो जनता में लोकप्रिय हो और आगामी चुनावों में पार्टी को मजबूत कर सके। संभावित नामों में विदेश मंत्री मेलानी जोली, डोमिनिक लेब्लांक, और मार्क कानी शामिल हैं।

ट्रूडो ने इस्तीफा देने के बाद कहा, “मैं एक फाइटर हूं। कनाडा के लिए मेरी लड़ाई जारी रहेगी।” माना जा रहा है कि जल्द चुनावों की मांग उठ सकती है।

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