हिमाचल प्रदेश के काजा उपमंडल के लिंगटी गांव में स्थित एक अनोखी बर्फ की गुफा इन दिनों पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र बनी हुई है। गांव से करीब 200 मीटर की दूरी पर लिंगटी पुल के पास बनी इस गुफा को युवाओं ने पानी को जमाकर बनाया है। ठंड के मौसम में 27 दिनों की कठिन मेहनत के बाद तैयार की गई इस गुफा में पर्यटकों के लिए चाय और नाश्ते की व्यवस्था भी की गई है।
ललूंग गांव के तीन युवा—लोबदे बौद्ध, तंडूप छेरिंग, और लाकपा छेरिंग—ने इस बर्फ की गुफा को बनाने में दिन-रात मेहनत की। निर्माण के दौरान कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए, उन्होंने अपनी हिम्मत और लगन से इस अनोखी गुफा को आकार दिया। लोबदे ने बताया कि इस दौरान कई युवा ठंड से बीमार हो गए, लेकिन उनकी दृढ़ता और मेहनत ने इस कार्य को सफल बना दिया।
स्थानीय विधायक अनुराधा ने भी इस अनोखी पहल की प्रशंसा की। रविवार को उन्होंने बर्फ की गुफा का दौरा किया और वहां चाय का आनंद लिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के नवाचार न केवल क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा देंगे, बल्कि युवाओं के प्रयास और उनके जज्बे को भी उजागर करेंगे।
देश-विदेश से आने वाले पर्यटक इस बर्फ की गुफा को देखकर उत्साहित हैं। कई पर्यटकों ने इसे अपने जीवन का सबसे अनोखा अनुभव बताया। वे मानते हैं कि यह गुफा केवल एक पर्यटन स्थल नहीं है, बल्कि स्थानीय युवाओं की मेहनत और समर्पण का प्रतीक है।
इस गुफा ने क्षेत्रीय पर्यटन में नई जान फूंकी है। यह पहल न केवल स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करती है, बल्कि हिमाचल प्रदेश के पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाने का काम कर रही है।