पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन ही भगवान शिव और माता पार्वती विवाह के पवित्र बंधन में बंधे थे. इस दिन कुंवारी लड़कियां, विवाहित महिलाएं और लड़के व पुरुष भी महादेव को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए महाशिवरात्रि का व्रत रखते हैं और उनकी चार प्रहार की पूजा करते हैं . 

इस साल पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का आरंभ 8 मार्च की रात 9 बजकर 57 मिनट पर हो जाएगा और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 9 मार्च की शाम 6 बजकर 17 मिनट पर हो जाएगा. ऐसे में 8 मार्च के दिन ही महाशिवरात्रि का व्रत रखा जाना है. इस साल महाशिवरात्रि के दिन ही शुक्र प्रदोष व्रत भी पड़ रहा है. इस खास संयोग के चलते महाशिवरात्रि का महत्व और भी बढ़ गया है. महाशिवरात्रि व्रत और प्रदोष व्रत रखने वाले भक्तों के लिए यह संयोग बेहद फलदायी साबित हो सकता है. 

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