लोक कलाकारों ने वरिष्ठ लोक गायक प्रेम रौंटा के असमय निधन पर किया दुख व्यक्त
सिरमौरी और शिमला नाटी के प्रसिद्ध गायक प्रेम रौंटा ने आज सुबह 5 बजे अपने निवास स्थान गलाह (धरोगड़ा) पर अंतिम सांस ली. वह 62 वर्ष के थे और कुछ दिनों से अस्वस्थ थे .प्रेम रौंटा की असमयिक मृत्यु की खबर सुनते ही लोक संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गयी.
पूजा कला मंच तारा देवी शिमला के कलाकारों ने अपने मंच के वरिष्ठ लोक गायक प्रेम रौंटा के असमयिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और भगवान से उनकी आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की . इस मंच के संस्थापक रमेश कुमार से बात करने पर उन्होंने बताया कि गायक प्रेम रौंटा बचपन से ही संगीत से लगाव रखते थे और उन्होंने वर्ष 1974 से लोक नाट्य करयाला में भाग लेना शुरू कर दिया था . वर्ष 1980 से वे पूजा कला मंच के साथ काम करने लगे और अभी तक इसी मंच के के माध्यम से अपनी आवाज़ का जादू बिखेरते रहे .
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रमेश कुमार ने बताया कि लोक गायक प्रेम रौंटा जिला सिरमौर के प्रसिद्ध नाटी गायक कृष्ण सिंह ठाकुर को अपना आदर्श मानते थे और उनकी गाई हुई नाटियों हुबहू गाकर न जाने कितने संगीत प्रेमियों के दिलों पर राज किया इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता.
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सरल स्वभाव मृदु भाषी और अपने काम के प्रति पूर्णत: समर्पित प्रेम रौंटा का असमय ही इस संगीत जगत और संसार से चले जाना हर उस सच्चे संगीत प्रेमी के अंतर्मन को शोकाकुल कर रहा है और हिमाचल के लोक संगीत जगत में हर छोटा बड़ा कलाकार प्रेम रौंटा के निधन से दुखी है .