हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के अम्ब तहसील के छोटे से गांव बदाऊं के रहने वाले निषाद कुमार ने एक बार फिर से अपने परिवार, गांव और पूरे देश का नाम रोशन किया है। पैरिस पैरालंपिक 2024 में निषाद ने पुरुषों की ऊंची कूद (टी-47) श्रेणी में 2.04 मीटर की ऊंची छलांग लगाकर रजत पदक अपने नाम किया। यह प्रतियोगिता भारतीय समयानुसार रविवार देर रात को आयोजित हुई थी।

निषाद की इस बड़ी उपलब्धि पर उनके गांव में उत्सव का माहौल है। गांव के लोग उनके माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों को बधाई देने उनके घर पहुँच रहे हैं। उनकी माँ पुष्पा देवी, पिता रछपाल और बहन रमा देवी ने गर्व से भरे हृदय के साथ लोगों के बधाई संदेश स्वीकार किए।

यह पहली बार नहीं है जब निषाद कुमार ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का नाम रोशन किया हो। इससे पहले भी उन्होंने कई महत्वपूर्ण प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। साल 2022 में मोरक्को के मैराकेच में हुई वर्ल्ड पैरा एथेलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स में निषाद ने 2.10 मीटर की छलांग लगाकर न केवल गोल्ड मैडल जीता, बल्कि एक नया एशियाई रिकॉर्ड भी बनाया। इसके पहले 2019 में दुबई में आयोजित वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रांड प्रिक्स में भी उन्होंने 2.05 मीटर की हाई जंप लगाकर गोल्ड मेडल जीता था।

वर्ष 2021 के टोक्यो पैरालंपिक में, निषाद कुमार ने 2.06 मीटर की ऊंची छलांग लगाकर इतिहास रचते हुए रजत पदक अपने नाम किया। इसके अलावा, 2023 में हांगझोऊ (चीन) में आयोजित चौथे एशियन पैरा गेम्स में भी उन्होंने 2.04 मीटर की हाई जंप लगाकर भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता और अपने व्यक्तिगत रिकॉर्ड को और भी मजबूत किया।

निषाद की बहन, रमा देवी ने अपने भाई की इस उपलब्धि पर गर्व जताते हुए कहा कि उनके भाई की तरह अन्य पैरा एथलीट्स भी विभिन्न खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर भारत के लिए अधिक से अधिक मैडल जीतकर देश को गौरवान्वित करेंगे।

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