हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस्तीफा वापस लिया है. उन्होंने कहा कि जो भी बातें थीं, वे सब मान ली गईं हैं और मैंने इस्तीफा वापस ले लिया है क्योंकि उनकी नज़र में संगठन सर्वोपरि है .
हिमाचल प्रदेश के राज्यसभा चुनाव का नतीजा सामने आने के बाद राजनीतिक गहमागहमी शुरू हो गई थी क्योंकि बहुमत होने के बावजूद कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा था और भाजपा उम्मीदवार की जीत हो गई थी.
ऐसा दावा किया जा रहा था कि सुक्खू सरकार अल्पमत में आ गई है कांग्रेस के दो पर्यवेक्षक डीके शिवकुमार और भूपेंद्र हुड्डा शिमला पहुंचे और उन्होंने कांग्रेसी विधायकों के साथ बैठक की. यहीं विक्रमादित्य सिंह को भी मनाया गया.
सीएम सुक्खू का दावा है कि कांग्रेस के सारे विधायक एकजुट हैं और भाजपा की साजिश फेल हो चुकी है. उन्होंने कहा है कि हमारे एमएलए को ऑफर्स दिए गए होंगे, लेकिन वे कांग्रेस के साथ हैं. ऐसे सभी विधायकों का आभार प्रकट करता हूं.