राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर उपायुक्त सोलन, मनमोहन शर्मा ने ज़िला स्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए युवाओं को मतदान प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए पात्र नागरिकों का पंजीकरण अनिवार्य है।
इस दिन को हिमाचल प्रदेश के लिए विशेष महत्व प्रदान करते हुए उन्होंने बताया कि 25 जनवरी 1971 को प्रदेश को पूर्ण राज्यत्व का दर्जा मिला था। साथ ही, 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने का उद्देश्य युवा मतदाताओं को जागरूक करना और लोकतंत्र को मज़बूत बनाना है।
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कार्यक्रम में मुख्य निर्वाचन आयुक्त के संदेश का प्रसारण किया गया और नव पंजीकृत मतदाताओं को पहचान पत्र वितरित किए गए। साथ ही, बूथ स्तर के अधिकारियों और पर्यवेक्षकों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
तहसीलदार निर्वाचन उषा चौहान ने वोटर हेल्पलाइन ऐप के माध्यम से मतदाता पहचान पत्र बनाने के सरल तरीकों की जानकारी दी। इस वर्ष की थीम ‘वोट जैसा कुछ नहीं, वोट ज़रूर डालेंगे हम’ के अनुरूप कार्यक्रम आयोजित किए गए।
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कार्यक्रम में अतिरिक्त उपायुक्त सोलन राहुल जैन, उपमण्डलाधिकारी डॉ. पूनम बंसल सहित बूथ स्तर के अधिकारी, नव पंजीकृत मतदाता और अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
युवाओं को प्रेरित करते हुए उपायुक्त ने कहा, “18 वर्ष के युवा सबसे पहले मतदाता पहचान पत्र बनवाएं और अपने मताधिकार का प्रयोग पूरी समझदारी से करें। युवा वर्ग राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाता है।”
सोलन ज़िले में यह कार्यक्रम लोकतंत्र को मज़बूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
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