हिंदू धर्म में श्रावण माह की शिवरात्रि का बहुत महत्व माना जाता है. भोले बाबा के भक्तों के लिए शिवरात्रि का दिन काफी खास माना जाता है. इस दिन शिव कांवड़ यात्री हरिद्वार से गंगाजल लेकर आते है और भोले बाबा का अभिषेक करते है. साथ ही पूजा अर्चना करते है.
श्रावण शिवरात्रि पर शुभ मुहूर्त
शिवरात्रि शुभारंभ – 2 अगस्त, शुक्रवार 3.26 शाम के
शिवरात्रि समापन – 3 अगस्त, शनिवार 3.50 शाम के
सवार्थ सिद्धि योग – 2 अगस्त को 10.59 सुबह से 3 अगस्त को 12.49 दोपहर तक
पूजा मुहूर्त – रात 12 बजकर 6 मिनट से 12 बजकर 49 मिनट तक
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जलाभिषेक का समय
वैसे तो सावन में किसी भी टाइम जलाभिषेक करना शुभ होता है. सावन के महीने में हर शिव भक्त भोले बाबा की भक्ति में लीन होता है. वहीं अगर आप सर्वार्थ सिद्धि योग में जलाभिषेक करते हो तो आपको मनचाहे फल की प्राप्ति होती है. आप 10.59 सुबह से कभी भी जलाभिषेक कर सकते हैं.
इन चीजों से करें रुद्राभिषेक
नौकरी में सफलता के लिए
नौकरी में सफलता पाने के लिए आप शहद से रुद्राभिषेक कराना चाहिए. इसके अलावा आप घर, गाड़ी और प्रॉपर्टी की प्राप्ति के लिए शहद से रुद्राभिषेक कर सकते हैं.
क्लेश दूर करने के लिए
परिवार मे क्लेश से मुक्ति पाने के लिए आप शक्कर से रुद्राभिषेक कर सकते हैं. इससे आपके जीवन में सुख प्राप्त होगा.
व्यापार में उन्नति के लिए
अगर आपके व्यापार में रुकावट आ रही है तो आप घी का रुद्राभिषेक करें. इससे आपके व्यापार में उन्नति होगी. इसके अलावा आप पुत्र की प्राप्ति के लिए भी घी का रुद्राभिषेक कर सकते हैं.
ग्रह दोष के लिए
कुंडली के ग्रह दोष से राहत पाने के लिए आप गंगाजल से रुद्राभिषेक कर सकते हैं. इससे शिव जी की कृपा बनती है. साथ ही आपको अपने दोष से मुक्ति मिलती है.
धन की कमी के लिए
धन की कमी के लिए आप गन्ने के रस से रुद्राभिषेक कर सकते हैं. संपत्ति में बढ़ोत्तरी पाने के लिए आप गन्ने के रस से अभिषेक करें.
सुख शांति के लिए
घर में सुख शांति और तरक्की के लिए आप दही और दूध से रुद्राभिषेक करें. इससे आपके घर के लोगों में सुख शांति बनी रहेगी. साथ ही घर के लोग तरक्की करेंगे.
दुश्मनों से छुटकारा पाने के लिए
दुश्मनों से छुटकारा पाने के लिए आप भस्म से रुद्राभिषेक करें. इसके अलावा अगर आफ दुश्मनों का नाश चाहते है तो आप सरसों के तेल से रुद्राभिषेक करें.