हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने आज शूलिनी विश्वविद्यालय के 8वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने 1,254 स्नातक और स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को डिग्री, 105 डॉक्टरेट, और 34 टॉपर्स को स्वर्ण पदक प्रदान किए। इसके अलावा, असाधारण प्रदर्शन के लिए 20 विद्यार्थियों को मेरिट प्रमाण पत्र भी दिए गए।

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने शिक्षा में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की सराहना की।उन्होंने विद्यार्थियों को संस्कृति और परंपराओं से जुड़े रहकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की प्रेरणा दी।नशे की बढ़ती समस्या पर चिंता जताते हुए विद्यार्थियों को इससे दूर रहने और समाज को जागरूक करने की शपथ दिलाई।विश्वविद्यालय के चांसलर प्रो. पी.के. खोसला, प्रो.-चांसलर प्रो. विशाल आनंद, और वाइस चांसलर प्रो. अतुल खोसला की प्रशंसा की।

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राज्यपाल ने कहा कि आज का दिन विद्यार्थियों के लिए नई यात्रा की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि “ज्ञान और क्षमता का उपयोग कर युवा समाज और राष्ट्र के विकास में योगदान दें।” उन्होंने भारत की प्राचीन शिक्षा प्रणाली और नई शिक्षा नीति के महत्व को भी रेखांकित किया।

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चांसलर प्रो. पी.के. खोसला ने बताया कि शूलिनी विश्वविद्यालय अब विश्व स्तर पर शीर्ष 200 विश्वविद्यालयों में शामिल हो गया है। उन्होंने विश्वविद्यालय की विभिन्न उपलब्धियों को साझा किया।इस समारोह में ऑस्ट्रेलियाई व्यापार एवं निवेश आयोग, नई दिल्ली की प्रमुख डॉ. मोनिका कैनेडी, पंजाब विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति पद्मश्री डॉ. सोबती, और अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।

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