शिवरात्रि यूं तो हर महीने आती है लेकिन महाशिवरात्रि के बाद श्रावण माह की शिवरात्रि का हिन्दू धर्म में बड़ा महत्व है, इस दिन भगवान शिव की आराधना करने से शुभ फल भक्तों को प्राप्त होते हैं. यह पर्व श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है इस दिन व्रत रखने और पूजा-अर्चना करने से आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं . मान्यता के अनुसार शिवरात्रि के दिन किए गए दान से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और साथ ही आपको स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होते हैं.
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दूध और जल का दान
मासिक शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर दूध और जल अर्पित किया जाता है, साथ ही इस दिन अगर आप दूध या जल का दान जरूरतमंद लोगों को करते हैं तो शिव कृपा आपको प्राप्त होती है और आपको मानसिक शांति भी दिलाता है.
अन्न और वस्त्र का दान
श्रावण की मासिक शिवरात्रि के दिन गरीब और जरूरतमंद लोगों को अन्न और वस्त्र दान करने से घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है और धन से जुड़ी समस्याओं का अंत होता है .
बेलपत्र और धतूरा का दान
शहर और कस्बों में बेल पत्र या धतूरा भी खरीदकर लिया जाता है, कई शिव भक्त ऐसे होते हैं जो इन चीजों को नहीं खरीद सकते, ऐसे में इन चीजों का दान अगर आप किसी शिव भक्त को करते हैं तो बेहद शुभ परिणाम आपको प्राप्त हो सकते हैं। बेलपत्र और धतूरे के दान से आपको रोग आदि से मुक्ति मिलती है और पारिवारिक जीवन में भी सुखद बदलाव देखने को मिलते हैं।
दीपक और तेल का दान
सावन शिवरात्रि के दिन मंदिरों में दीपक जलाने और तेल दान करने का भी विशेष महत्व माना गया है ऐसा करने से आपके जीवन में प्रकाश आता है और सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जाओं से आपको मुक्ति मिल सकती है .
फल और मिठाई का दान
इस दिन फल और मिठाई भगवान शिव को अर्पित करने के बाद गरीब और जरूरतमंद लोगों में आप बांट सकते हैं . इससे दूसरों के जीवन में तो मिठास आती ही है, साथ ही आपके जीवन में भी आनंद बना रहता है .
तिल और गुड़ का दान
सावन शिवरात्रि के दिन भगवान शिव को अर्पित करने के बाद गरीबों और ब्राह्मणों को आप दान कर सकते हैं इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से तो छुटकारा मिलता ही है, साथ ही कुंडली के अशुभ ग्रह भी शांत होते हैं .