ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सोलन द्वारा पंचायत स्तर पर टास्क फोर्स गठन संबंधी तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम के समापन समारोह को अतिरिक्त उपायुक्त सोलन राहुल जैन ने संबोधित किया।
राहुल जैन ने कहा कि आपदा के दौरान प्रशिक्षित व्यक्तियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि वे नुकसान को न्यूनतम करने में सक्षम होते हैं। उन्होंने प्रशिक्षण शिविर के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि आपदा के समय शीघ्र प्रतिक्रिया देना ही जान-माल के नुकसान को कम करने की कुंजी है।
आपदा प्रबंधन का उद्देश्य और लाभ
जनजागरूकता: लोगों को आपदा के प्रति सतर्क बनाना और सही समय पर कार्रवाई के लिए प्रशिक्षित करना।
आपातकालीन बचाव तकनीक: प्रशिक्षण में भाग लेने वालों को प्राथमिक चिकित्सा, राहत कार्य, सुरक्षित निकासी और बचाव उपायों के बारे में सिखाया गया।
टास्क फोर्स गठन: प्रत्येक पंचायत में एक प्रशिक्षित टीम तैयार की गई, जो आपदा के समय त्वरित सहायता प्रदान करेगी।
महत्वपूर्ण संपर्क सूत्र: ग्राम पंचायतों में आपातकालीन नंबरों का प्रचार-प्रसार अनिवार्य बनाया जाएगा।
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प्रमाण पत्र वितरण और सम्मान
इस कार्यक्रम में सात पंचायतों के लगभग 50 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। समापन समारोह के दौरान सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति
इस कार्यशाला में खंड विकास अधिकारी सोलन रमेश शर्मा, जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के विजय सिंह, तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
आपदा के प्रति जागरूकता जरूरी
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त स्वयंसेवक अब अपने गांवों में जाकर इस जानकारी को साझा करेंगे, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग आपदा से बचाव की तकनीकों को सीख सकें।
नीचे दिए गए विडियो को एक बार ज़रूर देखें :
प्रशासन की पहल से बढ़ेगी सुरक्षा
सोलन जिला प्रशासन का यह प्रयास स्थानीय स्तर पर आपदा प्रबंधन की क्षमता बढ़ाने में सहायक साबित होगा। इससे भविष्य में किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सकेगी।