स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सोलन के सौजन्य से एम.आर.ए.डी.ए.वी. स्कूल सोलन में विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. शालिनी पुरी ने की।

डॉ. शालिनी पुरी ने बताया कि जैसे हम अपने शरीर की स्वच्छता का ध्यान रखते हैं, वैसे ही दांतों और मसूड़ों की देखभाल भी जरूरी है। उन्होंने मौखिक स्वच्छता को बनाए रखने के लिए नियमित रूप से ब्रश करने और संतुलित आहार अपनाने पर जोर दिया।

दिन में दो बार ब्रश करें – सुबह नाश्ते के बाद और रात को सोने से पहले।
सीधे, नरम और छोटे ब्रिसल वाले टूथब्रश का प्रयोग करें।
रंगीन टूथपेस्ट की बजाय सफेद टूथपेस्ट का उपयोग करें।
टूथपेस्ट की सही मात्रा लें – वयस्कों के लिए मटर के दाने जितना, बच्चों के लिए चावल के दाने जितना।

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इन आदतों से बचें

धूम्रपान, गुटखा, तंबाकू और अधिक मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन दांतों के लिए हानिकारक है।
खाने के बाद कुल्ला जरूर करें ताकि मुंह में बैक्टीरिया न पनपें।

स्वस्थ आहार अपनाएं

स्नैक्स में फल, मेवे, काजू, बादाम आदि का सेवन करें।
कोल्ड ड्रिंक्स और जूस की जगह साबुत फल खाएं।

नीचे दिए गए विडियो को एक बार ज़रूर देखें : 

कार्यक्रम में विशेषज्ञों की भागीदारी

इस अवसर पर एम.आर.ए.डी.ए.वी. स्कूल सोलन की प्रधानाचार्य मासूमा सिंघा, स्वास्थ्य विभाग की बीसीजी समन्वयक राधा चौहान समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

मौखिक स्वास्थ्य का सही रखरखाव क्यों जरूरी?

मौखिक स्वच्छता न केवल दांतों को सड़न और मसूड़ों की बीमारियों से बचाती है, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है।

इस जागरूकता अभियान का उद्देश्य लोगों को सही मौखिक स्वच्छता के बारे में शिक्षित करना और दांतों की बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए प्रेरित करना था।

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