सोलन ज़िला के उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए ₹7742.87 करोड़ की संभाव्यता युक्त ऋण योजना का लोकार्पण किया। इस योजना का उद्देश्य ज़िला के समग्र विकास और गरीब एवं पिछड़े वर्ग तक बैंकिंग सेवाएं पहुँचाना है।
योजना का विभाजन
नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक अशोक चौहान ने बताया कि कुल राशि में से:
- ₹1105.24 करोड़ कृषि एवं कृषि संबंधित कार्यों के लिए।
- ₹760.15 करोड़ फसल उत्पादन और रखरखाव।
- ₹74.89 करोड़ कृषि सावधि ऋण।
- ₹270.20 करोड़ कृषि संबंधी आधारभूत संरचनाओं के लिए।
- ₹6412.51 करोड़ सूक्ष्म, छोटे एवं मध्यम उद्यमों (MSME) के लिए।
- ₹225.12 करोड़ निर्यात, शिक्षा, आवास और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के लिए।
ज़िला विकास में बैंकों की भूमिका
उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने कहा कि बैंकों को अपने संसाधनों का उपयोग ज़िला के स्वयं सहायता समूहों और कृषक उत्पादक संगठनों के विकास के लिए करना चाहिए। विपणन सुविधाओं का विकास भी इस योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा होगा।
इस अवसर पर यूको बैंक की ज़िला प्रबंधक तमन्ना मोदगिल, कृषि विभाग के किरण कुमार, जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक के जगदीप, पंजाब नेशनल बैंक के दीपक, और यूको आरसेटी की निदेशक मीनू बारिया उपस्थित रहे।