नादौन के सेरा विश्रामगृह में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा झूठे आंकड़े पेश करने के आरोपों को नकारते हुए कहा कि सरकार द्वारा भारत सरकार की वेबसाइट पर सही आंकड़े डाले गए हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि कोई भी व्यक्ति इन आंकड़ों को भारत सरकार की वेबसाइट पर जाकर देख सकता है, और ये आंकड़े पूरी तरह से सही हैं।
सुक्खू ने कहा कि झूठे आंकड़े पेश करने का आरोप निराधार है और यह केवल राजनीति का हिस्सा है। उन्होंने इस मामले में किसी भी प्रकार के झूठे बयान को खारिज करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश की सरकार पारदर्शी और सही तरीके से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आंकड़ों का स्रोत भारत सरकार की वेबसाइट है, और यह किसी भी तरह के संशय से परे हैं।
मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार के कदम की सराहना की, जिन्होंने सरकार के आह्वान पर विद्युत सब्सिडी छोड़ दी। सुक्खू ने कहा कि शांता कुमार का यह कदम सराहनीय है, और उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शांता कुमार ने राज्य के हित में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। उनका यह निर्णय यह दिखाता है कि वे न केवल राजनीति में बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी को समझते हैं।
सुक्खू ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उनके समर्थक भी गरीबों के हित में सब्सिडी छोड़ने का निर्णय लें। उन्होंने कहा कि यह कदम राज्य में गरीबों को उनका हक दिलाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल हो सकता है। सुक्खू ने जयराम ठाकुर से अपील की कि वे भी समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए इस दिशा में कदम बढ़ाएं।
सुक्खू ने राज्य चयन आयोग के सुझाव का भी उल्लेख किया, जिसमें सरकार ने स्वीकृति दी है कि अब भर्ती प्रक्रिया भारत सरकार की कम्प्यूटर बेस्ड कंपनियों के आधार पर होगी। उन्होंने कहा कि यह कदम भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और सही दिशा में ले जाने के लिए महत्वपूर्ण है। इससे बेरोजगारी की समस्या पर नियंत्रण पाया जा सकेगा और योग्य उम्मीदवारों को रोजगार मिल सकेगा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस दौरान राज्य की जनता को यह विश्वास दिलाया कि उनकी सरकार हमेशा जनता के हित में कार्य करेगी और किसी भी प्रकार की ग़लत जानकारी को फैलने नहीं देगी। उन्होंने सरकार के विकास कार्यों को प्रमुखता देने के साथ ही राज्य में बेरोजगारी के मुद्दे को भी गंभीरता से हल करने का आश्वासन दिया।