राजीव खामोश , कुठाड़ : हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग और खंड चिकित्सा अधिकारी चंडी के निर्देशानुसार आज से 100 दिवसीय क्षय रोग उन्मूलन जन जागरूकता अभियान की शुरुआत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, कुठाड़ के परिसर में की गई। इस अवसर पर राणा अरुण सेन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
विद्यालय पहुंचने पर खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. योगेश गुप्ता और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने मुख्य अतिथि राणा अरुण सेन का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। इस अभियान का उद्देश्य टीबी के प्रति लोगों को जागरूक करना और समय पर रोग की पहचान कर मुफ्त उपचार सुनिश्चित करना है।
स्वास्थ्य शिक्षक रामजी दास ने बताया कि इस अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर सर्वेक्षण करेंगी। सर्वेक्षण में निम्नलिखित लोगों को चिन्हित किया जाएगा:
- 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग।
- जो पिछले पांच वर्षों में टीबी से पीड़ित रहे हों।
- जिनका दो वर्षों में टीबी रोगियों से संपर्क रहा हो।
- मधुमेह, कैंसर, एचआईवी एड्स, कुपोषण के मरीज।
- बीड़ी-सिगरेट , शराब , गुटका का सेवन करने वाले।
यदि किसी व्यक्ति को बुखार, वजन में कमी , शरीर में गांठ जैसे लक्षण हैं, तो उनके सैंपल आशा कार्यकर्ता द्वारा एकत्र कर जांच के लिए भेजे जाएंगे। यदि टीबी की पुष्टि होती है, तो उन्हें मुफ्त इलाज के लिए प्रेरित किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में स्थानीय निवासी शंभू ने, जो टीबी पर विजय पा चुके हैं, अपनी प्रेरणादायक कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि समय पर इलाज से टीबी को हराना संभव है। उनकी कहानी ने लोगों को जागरूक और प्रेरित किया।
ग्राम पंचायत कृष्णगढ़ के प्रधान कैलाश शर्मा ने इस अभियान की शुरुआत उनकी पंचायत से करने के लिए स्वास्थ्य विभाग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह अभियान लोगों को रोग से बचाने और जागरूक करने में सहायक होगा।
मुख्यातिथि राणा अरुण सेन ने विद्यालय के विद्यार्थियों और उपस्थित जनसमूह से अपील की कि वे इस संदेश को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं। उन्होंने विधिवत रूप से 100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान का शुभारंभ किया और स्वास्थ्य विभाग के जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
मीडिया से बातचीत में खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. योगेश गुप्ता ने कहा कि टीबी कोई भयावह बीमारी नहीं है। यदि किसी को इसके लक्षण दिखाई दें, तो उसे छुपाने की बजाय तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। समय पर पहचान और सही इलाज से इस रोग को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।
इस अभियान का उद्देश्य हर घर तक टीबी उन्मूलन का संदेश पहुंचाना है। यह अभियान 100 दिनों तक चलेगा, जिसमें गांव-गांव और घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके तहत सभी टीबी रोगियों को मुफ्त इलाज और संपूर्ण सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
इस दौरान स्वास्थ्य अधिकारी कृष्णगढ़ श्रेया , कृष्णगढ़ पंचायत के उपप्रधान पुष्पेंद्र कुमार, वार्ड सदस्य ललित मोहन , पूरन चंद , विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र ठाकुर , उप प्रधानाचार्य मनोज , एसएमसी अध्यक्ष ललित कुमार सहित स्वास्थ्य प्र्यवेक्षक व आशा कार्यकर्ता , शिक्षक वर्ग सहित स्कूल के बच्चे मौजूद रहे ।