TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों Airtel, Jio, BSNL, Vi के लिए सख्त आदेश करते हुए कहा है कि टेलीकॉम ऑपरेटर्स को अपने मोबाइल ऐप्स और वेब पोर्टल को इन्हांस यानी बेहतर बनाने के लिए कहा है ताकि अनसोलिसिटेड कमर्शियल कम्युनिकेशन (UCC) की शिकायतों को रजिस्टर करने में उपभोक्ताओं को सहूलियत हो सके |यह आदेश उपभोक्ताओं को आने वाले फर्जी कॉल्स और SMS पर लगाम लगाने के लिए जारी किया गया है। सरकार ने कुछ समय पहले ही मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर्स को फर्जी कॉल और स्पैम पर लगाम लगाने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए थे।

दूरसंचार नियामक का यह आदेश देश के करोड़ों मोबाइल उपभोक्ताओं को फायदा पहुंचाएगा। उपभोक्ताओं अपने मोबाइल पर आने वाले फर्जी कॉल्स या मैसेज को रिपोर्ट करने में परेशानी नहीं हगी। नियामक ने टेलीकॉम ऑपरेटर्स को कहा कि वो उपभोक्ताओं के लिए UCC कंप्लेंट रजिस्ट्रेशन एंड प्रिफरेंस मैनेजमेंट का एक्सेस आसान बनाएं जिससे वे टेलीकॉम ऑपरेटर्स के ऐप या वेबसाइट से इसे आसानी से एक्सेस कर सकें। दूरसंचार नियामक ने कहा कि उपभोक्ताओं द्वारा शिकायत को रिपोर्ट करने के लिए जरूरी जानकारियां अपने आप दिखने लगेंगी, अगर उपभोक्ताओं ने कॉल लॉग और अन्य जरूरी परमिशन ऐप को दी होगी। नियामक ने दूरसंचार कंपनियों से कहा है कि वो हर महीने अपनी परफॉर्मेंस मॉनिटरिंग रिपोर्ट फॉर्मेट (PMR) सबमिट करें

कुछ दिन पहले ही TRAI ने बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर आदि के लिए नई 160 वाली नंबर सीरीज जारी की है, ताकि यूजर्स को यह पता चल सके कि किस नंबर से आने वाले कॉल्स फर्जी हैं? नई नंबर सीरीज से आने वाले कॉल्स की जेनुइन यानी वास्तविक होंगे। इसके अलावा किसी और नंबर से आने वाले कॉल्स फर्जी होंगे और उपभोक्ताओं को उन कॉल्स को UCC कंप्लेंट रजिस्ट्रेशन पोर्टल के जरिए फ्लैग करना चाहिए। यही नहीं, दूरसंचार विभाग ने फर्जी कॉल्स और SMS को लगाम लगाने के लिए कई और तैयारी की है

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