सनातन धर्म में श्रीकृष्ण को भगवान विष्णु का अवतार कहा गया है. मथुरा में जन्म लेने वाले श्री कृष्ण और गोवर्धन पर्वत को लेकर कई मान्यताएं हैं. हर साल दीवाली के अगले दिन पूरे देश में गोवर्धन पर्व मनाया जाता है.
इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के साथ गोवर्धन पर्वत और गौ माता की पूजा होती है. इस दिन भक्त गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर उसकी पूजा करते हैं और भगवान श्रीकृष्ण को अन्नकूट का भोग लगाते हैं और यही अन्नकूट प्रसाद के तौर पर भक्तों में बंटता है.
इस साल यानी 2023 में गोवर्धन पर्व 14 नवंबर को मनाया जाएगा. इस दिन पूजा का मुहूर्त सुबह बन रहा है. इस दिन सुबह की गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 14 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 35 मिनट तक का है.
कहा जाता है कि लगातार बरसते पानी के बीच भगवान कृष्ण ने गांव को बचाने के लिए लगातार सात दिनों तक उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठाए रखे था. इस दौरान उन्होंने कुछ नहीं खाया पिया और इसीलिए जब बरसात बंद हुई तो गांव वालों ने उनको छप्पन भोग खिलाए.