सोलन जिले के कंडाघाट स्थित राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के वार्षिक समारोह में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने युवाओं को नशे से बचाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अध्यापकों और अभिभावकों को बच्चों से भावनात्मक रूप से जुड़ना चाहिए ताकि बच्चे अपनी समस्याओं को खुलकर साझा कर सकें।
डॉ. शांडिल ने कहा कि बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखना और उन्हें सकारात्मक माहौल देना जरूरी है। उन्होंने समाज से आग्रह किया कि नशा उन्मूलन के प्रयासों में सक्रिय भूमिका निभाएं।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. शांडिल ने कहा कि वार्षिक पारितोषिक वितरण स्कूल की प्रगति का प्रतीक है। उन्होंने बच्चों से आग्रह किया कि वे नियमित अभ्यास और सकारात्मक बदलावों के माध्यम से समाज की बेहतरी में योगदान दें।
शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि इस वित्त वर्ष में 850 शिक्षण संस्थानों को उत्कृष्ट संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा, जिनमें प्राथमिक, उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तथा महाविद्यालय शामिल हैं।
अंग्रेजी शिक्षा पर जोर देते हुए डॉ. शांडिल ने बताया कि प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम शुरू करने का निर्णय लिया है। यह बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने स्कूल में अतिरिक्त दो कमरों के निर्माण के लिए 10 लाख रुपए और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों के लिए 21 हजार रुपए देने की घोषणा की।
समारोह में रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। प्रधानाचार्य कुलदीप सूर्या ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पेश की। इस मौके पर कई गणमान्य लोग, अध्यापक, अभिभावक और छात्र उपस्थित रहे।
यह खबर हिमाचल प्रदेश में शिक्षा और समाज सुधार के लिए चल रहे सकारात्मक प्रयासों को रेखांकित करती है।